लेखनी कविता - झुक नहीं सकते -अटल बिहारी वाजपेयी

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झुक नहीं सकते -अटल बिहारी वाजपेयी टूट सकते हैं मगर हम झुक नहीं सकते  सत्य का संघर्ष सत्ता से  न्याय लड़ता निरंकुशता से  अंधेरे ने दी चुनौती है  किरण अंतिम अस्त ...

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